Pero ke dard ka turant ilaj
))1)आज हम बात करेंगे घर से काम करने के दौरान होने वाली कई तरह की गलतियों और इससे होने वाली बीमारियों के बारे में। समाधान भी देखें। घर से काम करते हुए, बहुत से लोग मांसपेशियों की कण्डरा रोग जैसे टेनिस एल्बो या गोल्फर्स एल्बो जैसी बीमारियों से ऊब चुके हैं। आपकी कलाई और उंगलियों में मांसपेशियां और टेंडन बहुत छोटे होते हैं। इससे उनके चोटिल होने की संभावना बढ़ जाती है। क्या रोग हो सकते हैं?
कोहनी की अंग विकृति
लक्षणों में कोहनी के बाहर सूजन और दर्द शामिल है। एक्स-रे
अक्सर कोई असामान्यताएं प्रकट नहीं होती हैं। कोनों की आवाजाही भी ठीक से की गई थी
हैं। लेकिन फिर भी दर्द महसूस होता है। इसके लिए फिजियोथेरेपिस्ट कुछ टेस्ट करते हैं। तदनुसार उपचार Treatment
वैतनिक हैं। इसमें अल्ट्रासाउंड थेरेपी बहुत उपयोगी होती है। मांसपेशियों की जकड़न को भी कम करता है
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी फायदेमंद होती है
कोहनी के अंदर सूजन और दर्द गोल्फर्स एल्बो का लक्षण है। अक्सर आओ
पार्ट को दबाने से तेज आवाज आती है। इसके लिए फिजियोथेरेपिस्ट शुरू में स्प्लिंट का इस्तेमाल करता है
भाग का समर्थन करें। इसके अलावा, दर्द के इलाज के लिए कुछ दर्द निवारक दवाओं का उपयोग किया जाता है।
आइस शेक भी फायदेमंद होता है। उपचार में ताकत बढ़ाने के लिए व्यायाम और फिर
इनमें प्रतिरोधी व्यायाम शामिल हैं।
पैर का दर्द
हाल ही में पैर दर्द की नई शिकायतों के साथ मरीजों का अस्पताल में आना शुरू हो गया था। मोटे तौर पर यह
इसे रेस्टिंग लेग पेन सिंड्रोम भी कहा जाता है। घर से काम करते समय उसी स्थिति में बैठकर काम करें
आराम न करने के कारण पैरों में दर्द, अपर्याप्त व्यायाम, बैठने की गलत आदतें
शुरू कर सकते हैं। गलत पोजीशन में बैठने से मांसपेशियों में कसाव आता है। साथ ही कमजोरी
है आता है। एनीमिया का मुख्य कारण कम पानी पीना है। शरीर की सभी मांसपेशियों के लिए सही मात्रा में पानी दें
मिलना जरूरी है। साथ ही, हमें अपने खाने की आदतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि हम घर पर हैं। इसके विपरीत
इस दौरान उचित आहार बहुत जरूरी है। भोजन के समय आएं और खूब पानी पिएं
दो चीजें शरीर को अच्छी स्थिति में रखने में मदद करती हैं। पैर दर्द का एक अन्य कारण मांसपेशियों में दर्द है muscle
अनुचित प्रयोग। गलत तरीके से बैठने और काम करने से अवांछित मांसपेशियों का अति प्रयोग होता है। इसलिए
मांसपेशियों के तंतु तनावग्रस्त हो सकते हैं और टूट सकते हैं।
कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग निम्न बातों पर ध्यान दे सकते हैं।
1) दोनों कोनों पर विशेष ध्यान दें। कीबोर्ड की ऊंचाई पर ध्यान दें। अगर कोने मुड़े हुए हैं
या बेहतर अगर उन्हें समर्थन मिले। साथ ही इन्हें 90 डिग्री के एंगल पर रखें।
स्क्रीन यथासंभव असहज है। स्क्रीन को देखने के लिए आपको अपनी गर्दन को ऊपर और नीचे ले जाना होगा
2) नीचे की खान से सामान निकालने के लिए कुर्सी के एक तरफ झुकने से बचें। यह मांसपेशियों का कारण बनता है
चोट लग सकती है। अपने पैरों के तलवों को जमीन पर रखकर कुर्सी पर बैठ जाएं।
3) रीढ़ की मूल वक्रता के अनुसार इसे सहारा दें। आइए कंधों पर डालें तनाव
मत करो। पागल तरीके से शरीर को हिलने न दें
4) एक ही पोजीशन में ज्यादा देर तक बैठने से बचें। समय-समय पर अपनी स्थिति बदलें। संभव के
अगर ऐसा है तो काम से समय निकालिए। अपनी मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें
एक बार जरूर आजमाएं ये घरेलू नुस्खे आपको बहुत फायदा मिलेगा